HIV & AIDS-NACO-राष्ट्रीय एचआईवी-एड्स नियंत्रण संगठन के बारे में अधिक जानकारी.!

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HIV & AIDS-NACO-राष्ट्रीय एचआईवी-एड्स नियंत्रण संगठन के बारे में अधिक जानकारी.!

राष्ट्रीय एचआईवी -एड्स नियंत्रण के सम्बन्ध मे जानकारी .!

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HIV- एचआईवी भारत में 1986 में पहला मामला आया था! एचआईवी और एड्स में अंतर क्या है अधिक जानकारी!

एचआईवी एक ऐसी बीमारी है! शरीर से शरीर को तक बीमारी फैलती है! जैसे शरीर और शरीर की यानी यौनकर्मियों से यह एक दूसरे में बीमारी पाए जाते हैं! शुरुआती दौड़ में एचआईवी महिला या पुरुष पुरुष या महिला से एचआईवी एक दूसरे को संक्रमित होते हैं ! एचआईवी किसी महिला को हुआ हो या किसी पुरुष को हुआ है! एक दूसरे के संबंध बनाने से एक तीसरी व्यक्ति को एचआईवी हो जाती है! संबंध बनाने के लिए समाधान होनी चाहिए नहीं एचआईवी जैसी बीमारी का फैलती है ! 

एचआईवी और एड्स यह कैसे होता है !

भारत में 1986 में जब एचआईवी जैसी घातक बीमारी आई थी! यह बीमारी विदेश से आई हुई है! शुरुआती दौड़ में एचआईवी जैसी घातक बीमारी एट्स में बदल जाता था! धीरे-धीरे लोगों के शरीर स्ट्रांग मजबूत होने लगा! एचआईवी एचआईवी तक सीमित रह गया!

HIV-राष्ट्रीय विज्ञापन नियंत्रण संगठन की स्थापना कब हुई थी!

भारत में एचआईवी जैसे महामारी जैसी बीमारी को रोकने के लिए राष्ट्रीय एट्स कार्यक्रम का स्थापना 1992 से 1999 में शुरू की गई थी भारत में पहले एचआईवी को रोकथाम हो सके आम जनता को जागृत कर सके !

NACO – नाको एड्स के महत्वपूर्ण बीमारी को रोकने वाला जागृत करने वाला नाको द्वारा बचाव के लिए उपचार देखभाल सहयोग प्रदान करना इसका मुख्य उद्देश्य रहा है!

भारत में एचआईवी /एट्स जैसी भयानक बीमारी भारत के सभी राज्यों में युआ युक्तिओं वर्ग में जकड़ रखा है!

HIV – एचआईवी मनुष्य के शरीर से मनुष्य के शरीर को यह बीमारी फैलती है! तथा कभी-कभी डॉक्टरों की गलती से इंजेक्शन या नाइ के दुकान से दाढ़ी बनाने की से भी फैलता था इसलिए की एक ब्लेड से दो-तीन दाढ़ी बनाए जाते थे जिस व्यक्ति की HIV हुआ रहता था उसी की ब्लड उस व्यक्ति के कारण किसी और को हो जाता था! भारत में कुछ इस प्रकार से एचआईवी भारत देश में फैला था -धीरे-धीरे इस संबंध में जगत आने से डॉक्टर और नाई भी अपनी जिम्मेदारियां से मजबूत हुए जागरूक हुए! 

एचआईवी युआ वर्गों में कैसे हुआ हैं!

HIV & AIDS-NACO-एचआईवी दुनिया के कोने-कोने में सभी देशों में विदेश में भी फैला है! एचआईवी से साउथ अफ्रीका में सबसे ज्यादा प्रवाहित है!

 भारत में युआ वर्ग में एचआईवी के रोगी कैसे हुए हैं!

भारत में चाय भी करोगी अधिकतर देखा जाए महिला पुरुष के संबंध बनाने से एचआईवी फैलता है! अधिकतर देखा जाए किसी महिला किसी पुरुष को हुआ है! बहुत से ऐसे मामले आए हैं जो महिला पुरुष को एचआईवी होने के कारण उस जन्म लेने वाले बच्चे और बच्चियों में भी एचआईवी पाया गया है! इसलिए वह वर्गों में यह एचआईवी आज भी उनके शरीर में एचआईवी का संक्रमाणु जीवित है !

*भारत सरकार द्वारा भारत में एचआईवी को खत्म करने के लिए अनेक अनेक उपचार की जानकारी!

भारत एचआईवी जिससे घातक बीमारी को रोकने के लिए भारत सरकार ने अनेक अनेक विज्ञान द्वारा इसकी दवाइयां बना रही है!आम एचआईवी के रोगियों को मुक्त में दवा भी दी जा रही है! जिससे वह जीवित रह सके और एचआईवी को धीरे-धीरे भारत से खत्म किया जा सके!

राष्ट्रीय एड्रस नियंत्रण संगठन नाको (NACO) भारत सरकार के स्वस्थ और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कितनी योगदान है!

एचआईवी को भारत सरकार द्वारा – रोकथाम के लिए 35 से अधिक नियंत्रण समुदाय को माध्यम से कार्यक्रम प्रदान किया जाता है! केंद्रीय मित्र मंडल के राष्ट्रीय एड्स निमंत्रण कार्यक्रम को 1अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2026 तक भारत सरकार द्वारा मंजूरी दी गई है!

भारत सरकार के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के अध्यक्षता में आरती मामले में केंद्रीय मित्र मंडली समिति के राष्ट्रीय एड्स एवं (एसटीडी) -निरंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) भारत सरकार के प्रधानमंत्री श्रम नरेंद्र मोदी ने पोषित केंद्रीय योजना के रूप में जारी रखने के लिए मंजूरी प्रदान की है ! 1,5471.94 करोड रुपए की मंजूरी दी है! एचआईवी महामारी बीमारी को रोकने के लिए 2030 तक रोकथाम हो सके वह खत्म हो सके! 

जिस मनुष्य को एचआईवी हुआ है सरकार द्वारा सरकारी अस्पताल से दवा मुक्त में पाए!

एचआईवी से सावधान और समाधान दोनों है एचआईवी से ग्रस्त कोई भी व्यक्ति है! सरकार द्वारा दी गई सरकारी अस्पताल में दवा से अपने शरीर को बीमारी से मुक्त करें! आजकल किसी प्रकार की ऑपरेशन किया जाता है!ऑपरेशन करवाने वाले एचआईवी जांच कराये! अगर एचआईवी जैसी कोई बीमारी है तो अपने स्थानीय डॉक्टर को सरकारी डॉक्टरों को बताएं और उसका उपचार करें! जिससे एक व्यक्ति के अलावा अन्य व्यक्तियों तक यह बीमारी न फैल सके!

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