Village: संसार के शहर में नहीं गांव होता हैं स्वर्ग!
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किसे आकाश वाणी कहा जाता है!
आकाशवाणी होता क्या है! आकाशवाणी एक विज्ञान बनाई हुई नेटवर्क है! आज आकाशवाणी नेटवर्क से टेलीफोन मोबाइल टेलीविजन,अन्य तथा उपयोगी चीज बनाई गई है यह विज्ञान की देन है जिसे यंत्र कहते हैं!यानी कि अपनी ज्ञान से बनाई हुई चीज को विज्ञान कहते हैं! जहां तक देखा जाए आज दुनिया में गांव कम होते जा रहे हैं शहर बढ़ते जा रहा है इसका कारण धरती के मनुष्य स्वयं है!धीरे-धीरे शहर मे बढ़ता जाएगा गांव छोटा होते जायेगा, अब धीरे-धीरे गांव की संस्कृति मिट जाएगी और शहर की संस्कृति बिगड़ी जाएगी! ना संस्कार होगा-ना छोटे बड़े का सम्मान होगा धीरे धीरे सब नस्ट होगा शहर की एक ऐसी पीढ़ी आ रही है! जो खुद के माता-पिता को वृद्ध आश्रम भेज देते हैं आज की शहर की संस्कृति है! ना इंसानियत होगी ना पहचान होगी लोग अपने अहंकार अपने घमंड अपने जीवन जी रहे है !
मगर जहां तक देखा जाए जो गांव की बात करते हैं!
आज भी गांव ना हो लोग भूखे रह जाएगे गांव से गांव के लोगों से हमारे धरती पर अनाज का पैदावार होता है गांव के अनाज से शहरों में अनाज का उपयोग होता है! गांव में संस्कार है गांव में किसान है गांव में कृषि आयुर्वेद का भंडार है!अगर देखा जाए जिस प्रकार से गांव की भी संस्कृति धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है ! लोग मोबाइल लेकर के 12 से 15 घंटा व्यस्त रहते हैं’ रहती हैं! आज का दुनिया में हाथ में मोबाइल लेकर अपने आप को मोबाइल बना लिए हैं !
दुनिया में मोबाइल का आविष्कार किसने किया था!
जिस देश ने जैसे जापान द्वारा मोबाइल का आविष्कार किया मगर वहां पर उतनी मोबाइल के इस्तेमाल नहीं होता है!जितना भारत में लोग करते हैं! मोबाइल समय सीमा तक के लिए बहुत अच्छा है! तरह-तरह की जानकारी अन्य लोगों से संपर्क करना हो किसी प्रकार की कोई जानकारी प्राप्त करना हो समाचार प्राप्त करना हो वहां तक ठीक है मगर दिनभर मोबाइल में आज की युवा पीढ़ी अपने आप को मोबाइल बना लिया है! मोबाइल गेम में आज की जो युआ पीढ़ी है पूरी तरह मोबाइल गेम समा गए हैं! लोग यह सोचते हैं मैं मोबाइल गेम खेल रहा हूं मगर यह नहीं सोचते मोबाइल का गेम उनके जीवन से खेल रहा है!
शहर में किस प्रकार से लोग जीना पसंद करते हैं!
Village-गांव से आए हुए लोग जो शहर को बसाते हैं! गांव के लोग ही शहर को बनाते हैं!धीरे-धीरे शहर के लोगो की उनकी आने वाली पीडिया के लोग गांव का नाम सुनते ही भागने लगते हैं!मगर आज के युवा पीढ़ी शहर को अपना सब कुछ समझ लिया है! मगर गांव की संस्कृति गांव का विकास शहर से लाख गुना अच्छा है !गांव में रहने वाले लोग हमेशा देश की सेवा में हमेशा चढ़ बढ़कर हिस्सा लेते हैं!चाहे जवान के रुप में सेना में जाना हो या किसान के रुप में अन्नदाता बनाना हो! यह गांव के लोगों में ही एक देशभक्त समाज भक्ति समाज सेवा गांव की संस्कृति में बसी हुई है!जिस प्रकार से शहर का रहन-सहन पहनावा आज की युवा पीढ़ी चल रहे हैं भारत की संस्कृति के उल्टा रंग रूप ले लिया है! भारत में आज के युवा पीढ़ी नशा पत्ती मांस मछली मदिरा में मस्त है तरह-तरह की सिगरेट पी रहे हैं! केमिकल जैसे घातक गुटखा खा रहे हैं!
जय किसान जय विज्ञान |
धरती पर किसी भी प्रकार की नशा शरीर के लिए भी नुकसानदायक हानिकारक है! उसके बाद भी लोग एक फैशन समझकर पान गुटका नशा पत्ती का सेवन करते हैं शराब पीते हैं! धन का नुकसान बल का नुकसान परिवार का नुकसान करते रहते हैं! इसलिए’धूम्रपान निषेध होना चाहिए!
Village : स्वस्थ जीवन सुंदर जीवन :
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