Male & Female: पुरुष या महिला में किसको ज्यादा दिल का दौरा पड़ता है!

male and female:पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक दिल का दौरा क्यों पड़ता है – 

Why do men suffer more heart attacks than women..? –

Heart attack

(हार्टअटैक क्या है)

heart attack,दिल का दौरा  महिलाओं नहीं पुरुषों को ज्यादा क्यों आता है!

दुनियाँ में हार्ट अटैक जैसी बीमारियां आज भारत नहीं पूरे दुनिया में फैल रहा है इसके पीछे एक कारण है जो कारण है हर एक पुरुष जो मनुष्य के रूप में ज्यादा चिंता और ज्यादा बोझ लेकर अपनी जीवन जीता है !

*भारत हो या दुनिया किसी भी कोने में पुरुषों को अधिकतर हार्टअटैक क्यों आती है!

Male & Female: पुरुष को हार्ट अटैक इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है” पुरुष हमेशा एक जिम्मेदार परिवार का मुखिया होता है उसके ऊपर घर की जिम्मेदारी परिवार की जिम्मेदारी की रिश्तेदारों की जिम्मेदारी जैसे युवा उम्र होता है उनके माता-पिता की उम्र ढ़लने लगती है माता-पिता की जिम्मेदारी के साथ साथ पत्नी की जिम्मेदारी बच्चों की जिम्मेदारी बच्चों को पढ़ना लिखना घर के खर्चे बिजनेस हो या नौकरी हो यह सब जिम्मेदारी हर पुरुषों में आ जाती है! जिससे पुरुष शरीर से नहीं दिमाग से और चिंता से सोचते रहना विचारते रहना यह एक चिंतन जैसी बीमारी है!

शरीर के चिंता से हार्टअटैक आती रहती है”जिसको चिंता कहा जाता है जो हमेशा सोचते रहते हैं आगे क्या करना है कैसे करना है जीवन में और क्या होना चाहिए! पुरुष को इसी कारण से हार्ट अटैक की ज्यादा से ज्यादा शिकायत आती रहती हैं यह अनुभव है ! पहले यह हार्टअटैक जैसी कोई बीमारियां नहीं हुआ करती थी! 

जैसे-जैसे देश का विकास हो रहा है वैसे-वैसे विज्ञान की दुनिया में लोगों को ऊंची सपना  जैसा होगा हर एक व्यक्ति यह सोचता है कि बिल्डिंग हो कार हो बंगले हो तरह-तरह के परिवार का फैशन खुद का फैशन हो यह पैसों का बोझ हैं इंसान को चिंता जनक बना देती है जिसके कारण लोगों में हार्ट अटैक के पेशेंट होते जा रहे हैं!

*क्या पुरुषों को हार्ट अटैक नशा पत्ती करने से होता है या वैसे भी आता है !

हार्ट अटैक किसी को भी होता है कभी-कभी लोग कहते हैं कि नशा पत्ती करने से हार्ट अटैक आता है मगर ऐसा नहीं है बहुत से लोग ऐसे हैं जो कोई भी नशा नहीं करते उसे भी हार्ट अटैक आता है! जहां तक देखा जाए यह चिंता करने से ही हार्ट अटैक जैसा एक बीमारी है! 

*महिलाओं को हार्ट अटैक क्यों नहीं आती हैं!

भारत क्या पूरे दुनिया में अगर देखा जाए पुरुष को हार्ट अटैक से उनकी प्राण से हाथ धोना पढ़ जाता हैं! या हार्टअटैक जैसी बीमारी के शिकार बन जाते हैं! हमेशा सुना जाता है मगर भारत या दुनिया के किसी भी कोने में महिलाओं को हार्टअटैक क्यों नहीं आती हैँ “अगर आती है तो किसी किसी  एक दो महिला को आया होगा मगर पुरुषों को तुलना की तुलना में अब तक सुनाई नहीं दिया की महिलाओं को भी पुरुष के बराबर हार्ट अटैक आता है इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है!

*महिला को हार्ट अटैक ना आने का कारण क्या हैं!

महिलाएं हमेशा घर परिवार की जिम्मेदारी को लेकर अपनी जीवन जी लेती है महिलाओं के ऊपर किसी भी प्रकार की या किसी और भी प्रकार की वह बोझ नहीं होता हैं’ जो हर पिता, पति या भाई है जो हर घर की महिला की पूरी जिम्मेदारियां उन पुरुषों के ऊपर होता है जो घर के मालिक होते हैं! महिलाओं की जिम्मेदारियां उस प्रकार से नहीं होती जितना पुरुषों की जिम्मेदारी होती है आज की महिला स्वयं बिजनेस भी कर रही है नौकरी भी कर रही हैं! साथ में उनके पिता उनके भाई उनके पति जो भी हो उन महिला के साथ सहयोगी बनकर सहयोग में पूरा योगदान देते रहते हैं!इसलिए महिलाओं को आगे का चिंता नहीं होती है चिंता मुक्त महिला होती है! महिलाओं का चिंता सिर्फ घर चलाना बच्चों को देखभाल करना बच्चों को पढ़ना यह जिम्मेदारी घर तक सीमित रहती है इसलिए महिला चिंता मुक्त होती हैं ! उनका हार्ट अटैक आने के सवाल ही नहीं पैदा होता हैं! 

*पुरुष जिम्मेदार व्यक्ति को हमेशा चिंता मुक्त होना चाहिए !

आज के पुरुषों को हमेशा यह सोचना है कि हम अपने माता-पिता के पुत्र हैं जो भी कमाते हैं उससे हमारा घर परिवार चलता है! जो भी कमाते हैं उसी में खुशी हैं! आगे और भी कमाई और खुशी हो मगर भार ज्यादा लेने से इंसान चिंता में डूबने लगता है! कुछ पुरुष ऐसे होते हैं कि जो खुद के लिए कम आने वाली पीढ़ियों  के लिए जादा सोचते जैसे नाती हो पोते हो उसके लिए कमाना चाहते हैं! 

मैं क्या बना दूं क्या कर दूं सबसे बड़ी भूल है, आने वाली पीढ़ी कैसे खुशहाल रहे यह एक मार्गदर्शक बनना चाहिए !

जब आप अपने माता-पिता के पुत्र हैं आप अपने जीवन जी सकते हैं परिवार की जिम्मेदारी लेकर जी सकते हैं! तो आपका पुत्र हो या पोते हो उनको अच्छे संस्कार अच्छे विचार अच्छे शिक्षा देने चाहिए जिससे आपसे अच्छा कर सके हैं!

*पुरुष धन दौलत बनाकर क्यों सुख नहीं पाते हैं!

सबसे बड़ा धन दौलत आने वाली पीढ़ियां होती है !आने वाले पीढ़ियां को पुत्र पुत्रों को एक अच्छा व्यवहार विचार,या व्यापार या अच्छा नौकरी या अच्छी शिक्षा देने की आवश्यकता है जो स्वम अपनी जीवन जिले !जिससे हर माता-पिता का चिंता मुक्त हो जाता है! बहुत से लोग हैं जो पैसे से पैसे से पैसे से पैसे कमाते कमाते उनके जीवन की शौक पूरा नहीं हो पाता और चल बसते हैं! कभी-कभी धन दौलत बनाने वाले पुरुषों को उनके ही परिवार के लोगों के द्वारा उन्हें कफन नसीब नहीं होता – आज के युवा पीढ़ियों अपने माता-पिता को हमेशा वृद्ध आश्रम भेज देते हैं! इसके पीछे दो कारण हैं! एक ज्यादा शिक्षित होना दूसरा गैर घर की बहू लाना जो बहू आते ही अपने सास ससुर को बुढ़ा बूढ़ी कह कर महाभारत करके घर से निकालने के लिए मजबूर कर देती है! और उसका पुत्र जिस कोख से जन्म लिया है वह बिना संकोच का उनके अपने माँ पिता के ही घर से बेघर कर देता है! 

आज भारत के अनेक राज्यों में वृद्ध आश्रम ना हो तो कितने को माता-पिता रोड पर भीख मांगने के लिए मजबूर हो जाते ! मगर भारत का एक ऐसा राज्य है जिसका नाम केरला है केरल में सबसे ज्यादा वृद्ध आश्रम हैँ! इसके पीछे उसके पुत्र और बहू का सबसे बड़ा कुकर्म है बेशर्मी है! अपने माता-पिता को ही उनके घर से बेघर कर देते हैं! कितने अपने माता-पिता की संपत्ति बेचकर विदेश में जाकर बस गए हैं! 

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 हार्ट अटैक के कई लक्षण होते हैं’अधिक जानकारी के लिए स्थानीय डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए और उसकी अच्छी से उपचार करना चाहिए!

यह स्टोरी सत्य पर लिखी गई है आपकी विचार क्या है!

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