Environment :
आओ मिलकर पेड़ लगाए,धरती के पर्यावरण बचाएं.!
आओ जल बचाएं पेड़ बचाए, |
विश्व पर्यावरण दिवस :
संसार में पर्यावरण दिवस मनाया जाता है इसके पीछे एक राज हैं! जिससे ऑक्सीजन मिलती है मनुष्य को जीवित रखता हैं! संसार में पेड़ पौधा एक ऐसी वृक्ष है छाव भी देता है, फल भी देता है, और लड़कियां भी देती है, धरती पर वृक्ष से अच्छा मनुष्य का कोई मित्र नहीं हो सकता!
*जैसा मनुष्य और वृक्ष एक जनमत से अच्छे मित्र हैं!
वृक्ष एक ऐसा वृक्ष होता है- धरती से स्वयं जन्म लेते हैं जैसे पीपल, बर्गद,पाकड़,गुलर, नारियल का वृक्ष खजूर का वृक्ष अनेक और भी वृक्ष है जो स्वयं से जन्म लेते हैं! धरती पर मनुष्य बहुत भाग्यशाली है कि जो धरती पर उनके वृक्ष जैसे मित्र होते हैं !
धरती पर वृक्ष क्यों किस लिए लगानी चाहिए !
*मनुष्य को वृक्ष अवश्य लगाने चाहिए इसलिए की ऐसा मनुष्य का मित्र होता है! किसी मनुष्य को नुकसान नहीं पहुंचता उल्टा मनुष्य को लाभ ही देता है! पर्यावरण
जैसे एक वृक्ष से मनुष्य को तरह-तरह के फल मिलते हैं!
तरह-तरह के वातावरण ऑक्सीजन प्राप्त होती है ! सूखी लकड़ियां मनुष्य के हर कार्य में काम आती है तथा भीषड गर्मियों से मनुष्य को लाभ पहुंचता है!
दुनिया की बात नहीं भारत की बात है!
Environment-भारत में एक ऐसा देश है जो भारतीय संस्कृति से भरी हुई है! भारत देश प्राचीन काल से ही यहां की प्राचीन भाषा पाली और संस्कृत हुआ करते थे! भारत में संस्कृत भारत देश विदेश तक जाना जाता था वह पहचाना जाता था! किस प्रकार से भारत गुलामी के बाद आजादी मिली और विकास शुरू हुआ वैसे वैसे इंसान बदलते चले जा रहे हैं! कुछ इंसान जन्म के दुष्ट होते हैं जब कभी रुपया पैसा मैं देखा हो उसे अहंकार हो जाता है!
इसको हैवान करते हैं! चंद रुपए नशे में पागल हो जाता है उसे कागज के टुकड़े पैसे नजर आते हैं इंसानियत मर जाती है नव घर का होता है ना समाज का होता है ना देश का होता है ना ही देश की संकट में काम आता है सिर्फ उसे पैसा पैसा लगा रहता हैं – वह सोचता है पैसे हैं तो हम सब कुछ खरीद लेंगे! यह बात सत्य ही पैसे से सब कुछ खरीदा जा सकता है!मगर पैसे से किसी का जन्म नहीं खरीदा जाता ना मृत्यु नहीं खरीदा जाता ना घर परिवार समाज की खुशियां नहीं खरीदा जा सकता है! पैसा सिर्फ रहन-सहन को सुधार सकता है दिखावा कर सकता है! बिना पैसे की जो खुशी दुनिया में मिलती है वह खुशी संसार का सबसे अच्छी खुशी होती है- खुशियाँ या मौत,रूपए पैसे नहीं खरीदा जा सकता है! इंसान के अंदर मानवतावादी विचार होनी चाहिए है!
भारत में पर्यावरण की बहुत आवश्यकता है!
भारत देश में जनसंख्या 10 से 15 करोड़ की जन संख्या हुआ करता था! तब के लोग हर-हर के बगल में एक बगीचा बगाते थे तरह-तरह के वृक्ष लगाया करते थे ! और आने वाले पीड़िओ को अच्छी शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त हो सके! शुद्ध ऑक्सीजन मिलने से मनुष्य का शरीर स्वस्थ और सुंदर होता है! किसी प्रकार की शरीर की बीमारी भी कम होते हैं!
मगर आज भारत की आबादी 150 करोड़ की है! लोग पेड़ पौधे लगाने के बजाय बचे हुई पेड़ पैधे को काट रहे हैं नष्ट कर रहे हैं! सिर्फ मनुष्य की हरकत के कारण वृक्ष को कुछ नुकसान नहीं होगा मगर आने वाले हर एक इंसान की पीडिया को नुकसानदायक जरूर होगा! भारत में कितने मनुष्य इस प्रकार से धरती पर हैं जिस कागज के रंगीन टुकड़े पैसे पर घमंड में पेड़ पौधे इंसानियत को खत्म कर! विज्ञान के द्वारा बनाए गए AC और कुलर की दिखावा में जी रहे है!
आज के बनाए गए एसी और कुलर से शरीर को घर को ठंड जरूर करता है! मगर शरीर के अंदर ही अंदर शरीर को नुकसानदायक भी होता है!मगर दुनिया में देखा जाए लोग वृक्ष को ज्यादा बढ़ावा देते हैं! मगर भारत में 5% लोग मानवता और विचारधारा के देशभक्त लोग पर्यावरण को बढ़ावा दे रहे है!
आओ देश भक्तों पर्यावरण बढ़ावा दे!
तरह-तरह की वृक्ष लगाए
आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छी जीवन बनाएं!
जहां भारत की बात की जाए भारत देश की मनुष्य का जनसंख्या 140 कौन से ज्यादा है जब मनुष्य की जनसंख्या 20 से 25 करोड़ हुआ करती थी तो गांव-गांव बगीचे हुआ करते थे! जैसे-जैसे भारत में मनुष्य की जनसंख्या बढ़ती जा रहे हैं वैसे-वैसे पेड़ पौधे को लोगों ने नष्ट कर रहे हैं! एक पेड़ अनेक कामों में आते हैं पेड़ों से पेपर बनाया जाता है पेड़ों तरह-तर्क सिगरेट भी बनाए जाते हैं! पेड़ पौधे की लड़कियां घर के चूल्हे की भी काम आते हैं लोगों के अंतिम दोनों में भी कार्यक्रम में काम आते हैं! एक पेड़ अनेक फायदे जैसे पेड़ों से शुद्ध ऑक्सीजन मिलता है पेड़ों से फल मिलते हैं पेड़ों से लड़कियां मिलती हैं जिसके कारण लोगों के घरों में तरह-तरह के फर्नीचर एवं टेबल कुर्सी भी बनाई जाती है इसलिए हर एक व्यक्ति को एक जिम्मेदारी के साथ पर्यावरण को बढ़ावा देना चाहिए और एक पेड़ हर व्यक्ति को लगानी चाहिए!
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पर्यावरण
आओ मिलकर पेड़ लगाए!