God Buddha: सनातन धर्म का,7दिन 12 महीने की अधिक जानकारी.!
सनातन धर्म का 7 दिन 12 महीने की अधिक जानकारी..!
Buddh Vihar
🌹भगवान बुद्ध जी 🌹 |
God Buddha:
भगवान बुद्ध कहते हैं”हर दिन शुभ है अच्छा है” हर दिन इसलिए शुभ है कि हर दिन किसी ने किसी का जन्म हुआ है! हर दिन किसी ने किसी का शुभ कार्य किया जाता है! हर महीने हर दिन सब शुभ है!
भगवान बुद्ध कहते हैं भ्र्म एक अंधविश्वास है! जैसे जन्म मृत्यु किसी भी दिन हो सकता है! जन्म कर्म है, मृत्यु सनातन परंपरा है! जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु होना तय है!
12 महीने में 12 नाम से महीने होते हैं !
12 महीने 12 नाम ! यह शुभ नाम है यह दुनिया का एक ग्रह है! जिस प्रकार से आकाश पाताल धरती एक ग्रह है! इसलिए किसी ने किसी इस ग्रह का नाम 12 महीने के रूप में रख दिया है! जैसे 7 दोनों का नाम सात ग्रहों का नाम है !
God Buddha: जैसे आओ देखते हैं !
1) रविवार – Sunday
2)सोमवार – Monday
3)मंगलवार – Tuesday
4(बुधवार – Wednesday
5)बृहस्पतिवार – Thursday
6)शुक्रवार – Friday
7)शनिवार- Saturday
यह नाम इसलिए दिए गए थे !
जो प्राचीन इतिहास में अगर इतिहास नष्ट हों जाय या होने के बाद भी यह नाम जीवित रह सके इसलिए की यह 7 दिन का नाम दिया गया है !
यह ग्रह का नाम वैज्ञानिकों द्वारा पता लगाया गया हैं !
God Buddha: जिससे चंद्रमा के ऊपर अनेक ग्रह है उसी में या सा नाम के गृह उपलब्ध है! इसलिए जहां तक वैज्ञानिकों का कहना है! धरती जैसे अनेक ग्रह अनेक नाम से जाने जाते हैं! चाहे सूरज ग्रह हो, चाहे चंद्रमा ग्रह हों,चाहे तारे ग्रह हों! इस प्रकाश रविवार सोमवार मंगलवार बुधवार बृहस्पतिवार शुक्रवार शनिवार! ब्रह्मांड में कहीं ना कहीं यह धरती के रूप में एक धरती हैं !
आओ देखते हैं!12 महीने का 12 ग्रहों का नाम 365 दिन 12 महीने 12 नाम हिंदी.!
1) पौष – जनवरी-
2) माघ – फरवरी
3)फागुन – मार्च
4)चैत्र – अप्रेल
5) वैशाख – मई
6)जेठ – जून
7)आषाढ़ – जुलाई
8)श्रवण – अगस्त
9)भादव – सितंबर
10)क्वार – अक्टूबर
11)कातिक – नवंबर
12)अगहन – दिसंबर
English naam :
January -February- March -April -May -June- July- August-September,- October, November, December!
जैसे सूर्य ग्रह, चंद्रमा को चंद्र ग्रह धरती गृह हैं! इसी ब्रह्मांड में 84000 जीव जंतु मनुष्य का जन्म हुआ है!
यूं ही किसी का नाम नहीं रखा जाता है! नाम के पीछे कुछ तो कारण होगा या कर्म है!
ब्रह्मांड में एक परमात्मा होता है! कभी किसी ने नहीं देखा है! परमात्मा दुनिया देख रहा है जिसे सृष्टि चल रही है! यह कोई कह दे की दुनिया में संसार में ईश्वर परमात्मा नहीं है! यह असत्य होगा सत्य तो है ! सत्य जहां खत्म होता है!
वही इंसान जीवन खत्म होता जैसे जन्म सत्य है मृत्यु भी सत्य है! मनुष्य के मृत्यु का कारण या किसी का भी कारण हों – पंछी मनुष्य जानवर वृक्ष – जब तक जीवित रहते हैं जब उनके शरीर में प्राण रहता है! प्राण जाने के बाद इन्हें मृत्यु घोषित कर दिया जाता हैं!