Bharat-भारत का राष्ट्रीय खेल कौन सा है.?
History of Ancient sports of India :
भारत देश में पेड़ वाला खेल कों आती-पाती कहा जाता था!
प्राचीन Bharat,भारत की इतिहास रही है! भारत देश मे जंगल हुआ करते था” काम धंधे नहीं हुआ करते थे सिर्फ खेती पर लोग निर्भर हुआ करते थे! समय बिताने के लिए लोग तरह-तरह के खेल बना दिए थे जिससे एक दूसरे की भाईचारा बनी रहे तथा खेल मनोरंजन से उनका स्वास्थ्य भी रहे !
भारत में पेड़ पर चढ़कर आती पाती का खेला जाता था! |
Bharat -भारत का प्राचीन खेल-राष्ट्रीय खेल आती और पाती खेल हुआ करता था जो पेड़ों चढ़कर लोग एक दूसरे को छुआ करते थे! लोग ऊपर से नीचे भागते थे! इसमें भी एक व्यक्ति नीचे होता था और ऊपर वाला आकर उसे छू कर चढ़ जाता था! प्राचीन समय में अब बंदर भालू लंगूर का खेल हुआ करता था! इसे हर व्यक्ति मनुष्य के रूप में भी अपनाये थे पहले हर गांव में जंगल हुआ करते थे पेड़ पौधे हुआ करते थे! अब मनुष्य की आबादी बढ़ रही है पेड़ पौधे को नष्ट कर रहे हैं!
भारत मे कजरी और सावन के झूले का क्या महत्व था !
प्राचीन भारत में गांव के कन्याएं कजरी गाती थी! |
भारत में कौड़ी का खेल और गोलिया कैसे खेला जाता था !
गुल्ली और डंडे की खेल |
Bharat-भारत का राष्ट्रीय खेल की इतिहास रही है पहले समय में गांव के बचपन में लोग गुल्ली और डंडे का खेल हुआ करता था यह खेल बहुत सस्ता स्वस्थ लाभदायक था जैसे देखा जाए गुल्ली और डंडे का खेल में दो लोगों से लेकर चार-पांच लोग मिलकर खेलते थे! गुल्ली का अर्थ होता है छोटा सा लकड़ी होगा जमीन में गड्ढा कर दिया जाता है! डंडे का अर्थ होता है एक बड़ा सा 3 फीट का डंडा होगा इस डंडे से गुल्ली को मारते थे गुल्ली जंप लेता था फिर उसे मरते थे आगे जाकर के गिरता था! खड़े हुए आसपास के लड़के उसे गुल्ली को पकड़ने के लिए दौड़ते थे! इस खेल में हार जीत होती थी शरीर के लिए लाभदायक उत्तम होता था!
बचपन की लड़कियों को खेल डुधिया खेल कैसे खेलते थे!
बचपन में ऐसा खेल हुआ करता था जो लड़कियां ज्यादा खेलती थी! जो जमीन पर लंबे चौड़े लकीर खिंच जाता था बॉक्स बनाकर उसमें से एक टांग पीछे कर कर एक टांग से जंप लेते-लेते उसे बॉक्स में रखे गए पत्थर को एक पाव से आगे लकीर में भेजा जाता था अगर वह पत्थर किसी बाहर निकल जाता था उन्हें आउट कर देते थे! लड़की और लड़के इस खेल में ज्यादा रुचि थी!
आंख मैं पट्टी बांधकर पकड़ी पकड़ा खेल |
Bharat: भारत के इतिहास में अनेक अनेक खेल हुआ करते थे पकड़ी पकड़ा का खेल एक दूसरे का आंखों पट्टी बांधकर एक दूसरे को कानों के आहत से बकरी पकड़ के खेल हुआ करता था! जो व्यक्ति आंख बाधकर कर किसी पकड़ लेता था! फिर उसके आंख मे पट्टी बांधकर लोगों पकड़ने के लिए कहा जाता था दोस्ती पारिवारिक मनोरंजन खेल हुआ करता था!
आइस-पाइस खेल कैसा होता था आओ देखते हैं!
आइस पाइस का खेल |
Bharat-भारत का राष्ट्रीय,आइस पाइस का खेल बचपन में चार-पांच लोगों की जोड़ी हुआ करती थी आइस पाइस नमक खेल को खेलते थे यह खेल ऐसा होता था! एक लड़का अपना आंख बंद कर लेता था और चार पांच लोग अलग-अलग जगह पर जाकर छिप जाते थे फिर से फिर पहला व्यक्ति आंख खोलकर लोगों ढूंढता था जो पकड़ा था तो हार जाता था फिर उसे आंख बंद करके इस प्रकार लोगों को ढूंढना पड़ता था!
फुटबॉल और वाइटमिंटर दोनों एक ही प्रकार से खेला जाता है!
फुटबॉल |
Bharat-भारत का प्राचीन खेल-राष्ट्रीय फुटबॉल खेलने के लिए एक टीम होती है दोनों तरफ चार-पांच लोगों की जोड़ी होती है खाली ग्राउंड में बड़े मैदान जैसा जगह पर एक बीच में एक जाली लगा कर खेला जाता है! फुटबॉल को हाथों से एक दूसरे की तरफ फेंकते हैं जिस तरफ गिरता है वह हरने वाले होते हैं! हार जीत की खेल होती है!
फुटबॉल में ही दूसरा फुटबॉल जो खेला जाता है ओं जमीन पर खेला जाता है जैसे बड़े मैदान में फुटबॉल को नीचे रख देंगे उसे लातों से मार कर एक दूसरे के के टीम के तरफ से पाव से मार कर फेंकने प्रयास करते हैं!
वैटमिंटन का खेल में सिर्फ दो लोग की आवश्यकता होती है!
बैडमिंटन का खेल |
Bharat-बैडमिंटन खेलने के लिए एक ग्राउंड होना चाहिए जिसमें एक जालीं बीच में बांध दिया जाता है और दोनों तरफ से एक ही व्यक्ति खेल की शुरुआत करते हैं और यह खेल है स्वास्थ के लिए बड़े लाभदायक होता है!
क्रिकेट दुनिया का एक लोकप्रिय खेल है!
बचपन में गांव में लोग क्रिकेट खेलते थे! |
भारतमें कैरम बोर्ड जैसे खेल भी परिवारिक खेल है!
कैरम बोर्ड |
आईए देखते हैं!
भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है!
भारत में भारत के राष्ट्रीय खेल प्रथम दर्जा किसे दिया गया है! यह खेल से दुनिया में खेला जाता है जिसको बोलते है हॉकी हॉकी खेलने के लिए एक बड़ा ग्राउंड होना चाहिए साफ सुथरी जमीन होनी चाहिए! इस हॉकी खेलने के लिए अनेक अनेक लोगों की टीम होती है! अभी खेल शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है ! हॉकी खेल भारत का राष्ट्रीय खेल है!
अंतर्राष्ट्रीय भारतीय खिलाड़ी ध्यानचंद 1932 के विजेता हाकीं के जादूगर कहे गए! |
क्या मनुष्य अपनी बर्बादी का स्वयं जिम्मेदार है!
भारत में आज की दुनिया में या भारत की बात हो पुराने प्रथम पुरानी संस्कृति को धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहा है इसका कारण जहां विकास वहीं विनाश जहां विकास होता वहीं विनाश भी होता है! जहां मनुष्य का जन्म होता वही मनुष्य का मृत्यु भी होता है कोई अमर नहीं है दुनिया में! मगर भारत की प्राचीन संस्कृति धीरे-धीरे खत्म हो गया आज किस दौर में मोबाइल की दुनिया में लोग ही रहे हैं! एक व्यक्ति एक मोबाइल उसका दुनिया ही मोबाइल हो गया है! आज का इंसान स्वयं मोबाइल बनाकर भटक रहा है! छोटे-छोटे बच्चे इलेक्ट्रॉनिक्स गेम तरह-तरह के गेम खेल रहे हैं! अब तो मोबाइल मे जुआ भी शुरू हो गया है मोबाइल के साथ चड्डी भी बिक जाती हैं ! आज के दौर मे शराब सबाब और जुआ का प्रचार प्रसार बहुत जोरों में चल रहा है!
भारत मे शिक्षा ज्ञान विज्ञान का कोई प्रचार का नामोनिशान नहीं है!
सरकार द्वारा शराब,सबाब,जुआ का बढ़ावा दे रक्खा है!
मनुष्य की बर्बादी का लक्षण यही है !
Bharat-भारत में गलत फिल्में देखना गलत चित्र देखना इसी प्रकार से मोबाइल में गंदगी फैल चुकी है! मोबाइल आज की वुआ पीढ़ी के लिए एक घातक हथियार हो गया है! जिस प्रकार से इंटरनेट की दुनिया में गंदगी फैली है! इस समाज को बर्बाद करने की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है! मगर आज का हर एक व्यक्ति अपने आप को हम में जीता है हम हैं हम हम हैं ” बच्चा पैदा हो गया तो हाथ मोबाइल दे देंगे आमिर का औलाद बन जाता है!
मोबाइल से आंखों के लिए नुकसानदायक,मन के लिए हानिकारक होता है!
बचपन से जो बच्चे मोबाइल चलाने लगे! बच्चे आगे चलकर मोबाइल गेम के आदि होते जा रहे हैं !
Bharat :
Bharat,India has an ancient history and many people used to worship sports in India. Like Kabaddi, Kudi, Pakdi Pakda, Badminton,Cricket,Ice Pieces, Gulli Danda, Aati Pati, Carrom Board, Jhula,
there used to be many types of entertainment like games, now gradually the ancient practice seems to be ending.
Bharat-भारत का प्राचीन खेल-राष्ट्रीय खेल,