Vindhyavasini-माँ विंध्यवासिनी मंदिर कैसे पहुंचे.?

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Vindhyavasini-माँ विंध्यवासिनी मंदिर कैसे पहुंचे!

Uttar pradesh : जिला मिर्जापुर के प्राचीन मंदिर विश्व का धरोहर मंदिर माता विंध्यवासिनी विंध्याचल धाम कॉरिडोर निर्माण की विंध्यवासिनी धाम बन रहा है! देश और विदेश में लाखों करोड़ों माँ के भक्त दरबार में आते रहते हैं! यह मंदिर उत्तर प्रदेश जिला मिर्जापुर में स्थित है माँ गंगा तट के किनारे प्राचीन काल से यह माता जी की मंदिर है! भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ माता विंध्यवासिनी मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर जैसा विश्व के धरोहर मंदिरों में विशाल मंदिर का कॉरिडोर का स्थापना किए थे जिसमें भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भारतीय केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने माँ विंध्यवासिनी मंदिर का 2018 में कॉरिडोर का नक्सा तैयार कर लिया गया था उसके बाद 2020 में भव्य कॉरिडोर मंदिर का निर्माण शुरू किया गया है !

माता विंध्याचल मंदिर का प्रवेश द्वार

माता विंध्याचल मंदिर में इस मंदिर में राजस्थान जयपुर से गुलाबी पत्थर से कॉरिडोर की निर्माण किया जा रहा है इस मंदिर के लिए बड़े से बड़े पत्थर के कुशल कारीगरी से तरह-तरह के डिजाइन की तेरासे जा रहे है!

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का योग दान हैं !

माता विंध्यवासिनी Vindhyavasini,का धाम मे लाखों भक्त हमेशा आते रहते हैं मंदिर का निर्माण जब से शुरू हुई है मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ कई बार आ चुके है ! मंदिर की लागत लगभग 331 करोड़ आँकी गई है! यह मंदिर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आधार पर कॉरिडोर माँ विंध्याचल मंदिर बनाई जा रही है इस प्रोजेक्ट में 331 करोड़ की लागत माँ की मंदिर का निर्माण हो रहा है!

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माँ विंध्यवासिनी मंदिर के चार द्वार बनाई जा रही है पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण चारों दिशाओं में माँ का चार मुखी द्वारा होगा एक द्वारा मंदिर का माँ गंगा की तरफ है! माता गंगा जी के घाट पर भी पक्के घाट बनाए जा रहे हैं जिसका लागत 902 लाख रूपये खर्च होंगे यह घाट गुलाबी पत्थर से घाट बनाए जा रहे है ! माता का द्वार गंगा की तरफ आ रहे घाट पर जहां लोग स्नान करते हैं! माता मंदिर के निकट कोतवाली और मार्ग का खर्च लगभग 235 लाख रुपए की लागत से कोतवाली और रोड का निर्माण किया जा रहा है! मां के धाम का विस्तारीकरण हर्ष 662 लाख रुपए से तैयार हो रही है विविआईपी गली 1567 लख रुपए पुरानी गली खर्च 1941 लाख में बन रहा है 50 फीट परिक्रमा पथ बनाई जा रही है

Maa-vindhyawasini dham-माता विंध्याचल मंदिर कॉरिडोर की तैयारी बहुत जोर शोर में चल रही है श्री योगी आदित्यनाथ इस मंदिर को जल्द से माता के धाम को विश्व धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना उसके कारण लोगों में रोजगार प्राप्त होगा! श्री योगी आदित्यनाथ मां के धाम के आसपास हर सुविधाओं का ध्यान रखते हुए प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द तैयार हो सके उनका प्रयास चल रहा है,मां विंध्यवासिनी धाम को विश्व प्रसिद्ध मंदिर को बनाने में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी गोरखनाथ के मठाधीश्वर बहुत बड़ा योगदान रहा है जो आज माता के कॉरिडोर मंदिर बन कर तैयार हो रहा है!

आम जनता की कितनी संपत्ति खरीदी गई थी!

माँ की मंदिर के पास पहले जाने के लिए जो गली हुआ करती थी अब आने जाने के लिए चौड़ी रोड बनाया जा रहा है! 527 लोगों की संपत्ति आकृति गए हैं जिसमें मंदिर के आसपास की जो संपत्तियां थी वह भी खरीदी गई है जिसे मंदिर कॉरिडोर मे रुकावटें ना आ सके!527 लोगों को उनकी मुआवजा दिया जा रहा है!

 माता विंध्यवासिनी मंदिर में कितने पिलर हैं!
माता विंध्यवासिनी मंदिर की130 पिलर से कॉरिडोर तैयार किया गया है!राजस्थानी जयपुर सोनभद्र के गुलाबी पत्थर के नकाशी कारीगरों का कलाकारी से माता की मंदिर बहुत अद्भुत रुप मे दिखाई दे रहा है यह अपने आप में विश्व प्रसिद्ध माता विंध्यवासिनी मंदिर दिव्य शक्ति मंदिर का पूरा श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री बाबा योगी आदित्यनाथ जी का है! श्री योगी आदित्यनाथ का यह ड्रीम प्रोजेक्ट का सपना पूरा हो गया है!
जय माँ विन्ध्यवसिनी देवी का निर्माण पूरा हुआ !

2020 में इस मंदिर की शुरुआत की थी आज वह पूर्ण रूप से मंदिर तैयार हो चुका है 2023 में इस मंदिर का उद्घाटन था जिस कार्य पूरा नहीं हो सका! अब 2024 तक माता विंध्याचल देवी की कॉरिडोर मंदिर का उद्घाटन किया जा सकता है!

माता विंध्याचल मंदिर कैसे जाएं!

माता विंध्यवासिनी मंदिर जाने के लिए  मिर्जापुर स्टेशन से 6 किलोमीटर दूरी पर है यहां से माता विंध्यवासिनी स्टेशन लगभग 20 किलोमीटर दूरी पर है! भदोही जिला स्टेशन से 20 किलोमीटर आसपास है! माँ विंध्याचल माता विंध्यवासिनी एक स्वरूप एक ही माता है! माता विंध्याचल मंदिर से माँ सीतामढ़ी कितनी दूरी पर है!माता विंध्यवासिनी मंदिर जय मां गंगा के किनारे स्थित है! माता विंध्याचल एवं माता विंध्यवासिनी एक मां के दो नाम है! माता विंध्याचल देवी सभी अपने भक्तों का मनोकामना पूर्ण करती हैं! माता विंध्यवासिनी मंदिर में भारत देश का अलावा विदेशों तक के लोग माँ की दर्शन करने आते हैं! माता विंध्याचल मंदिर सनातन हिंदू धर्म से प्रसिद्ध मंदिरों में एक मंदिर आती हैं, इस मंदिर का परंपरा रहा है जो इस मंदिर में मां का दर्शन करने आते हैं माता उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देती हैं! विंध्याचल मंदिर से 8 किलो मीटर दूर माता अष्टभुजी देवी का मंदिर भी है! और विंध्याचल मंदिर से लगभग 25 किलोमीटर दूर माता सीता मंदिर है, जहां पर माता सीता जी ने धरती फटने के बाद धरती में समा गई थी, उस स्थान को आज सीतामढ़ी कहते हैं, विंध्याचल क्षेत्र पहाड़ी क्षेत्र कृषि क्षेत्र होने के बाद घूमने के लिए अनेक अनेक देवी देवताओं के मंदिर स्थित है! 

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