Prayagraj-
त्रिवेणी महासंगम,
त्रिवेणी महासंगम किन तीन नदियों का महासंगम कहाँ गया है.?
उत्तर प्रदेश- प्रयागराज
भारत: राज्य उत्तर प्रदेश जिला प्रयागराज मे भारत का सबसे बड़ा सनातन के हिंदुओं का सबसे बड़ा धर्मस्थलों मे से प्रथम धर्म स्थान माना जाता है!इसलिए कि यहां पर तीन देवीयो का मिलन हुआ हैं जैसे माता सरस्वती, माता जमुना माता गंगा तीन देवियों की मिलन से त्रिवेणी कहां गया है यह स्थान उत्तर प्रदेश जिला प्रयागराज में स्थित है!
जैसे हिंदू धर्म में तीन मुख्य देवता को प्रथम माने जाते है,जैसे ब्रह्मा, विष्णु, महेश,वैसे तीन देवियों को भी प्रथम माना जाता है माता पार्वती माता सरस्वती माता लक्ष्मी सनातन हिंदू धर्म का सबसे बड़ा महाकुंभ का मेला प्रयागराज मे लगता है महासंगम महाकुंभ का सनातन धर्म के हिंदुओं का महत्वपूर्ण संस्कृति और धार्मिक मेला है! महाकुंभ के इस मेले में हर वर्ष 1 करोड़ से 2 करोड़ की संख्या से ज्यादा लोग स्नान करने आते हैं!
Dham-हिंदू धर्म के लिए बहुत गौरव की बात है प्रयागराज मे हिंदुओं का महासंगम का प्रथम स्थान माना गया है! इस मेले का बहुत सनातन धर्म का संस्कृति परंपरा रही है बड़े-बड़े अखाड़े के शाही संत साधु स्नान करने आते हैं प्रथम कुंभ मेले में शाही स्नान को प्रथम दर्जा दिया गया है शाही स्नान के बाद हिंदुओं के बड़े अखाड़े के साधु ऋषि मुनि स्नान करते हैं भारत के सनातन धर्म के अनेक अनेक अखाड़े के बड़े-बड़े संत ज्योतिषी, नागा ऋषि मुनि भाग लेते हैं और स्नान करते हैं!
Mahakumbh Mein Sadhu Sant snan ji सनातन धर्म :इस मेले का आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है मेले में तरह-तरह के सुविधा उपलब्ध कराई जाती है टेंट लगाए जाते हैं बड़े-बड़े अखाड़े के महासंत ऋषि मुनि के द्वारा यहां पर मुक्त मे भोजन कराया जाता है!
त्रिवेणी महाकुंभ का मेला,
कुंभ का महामेल हिंदू धर्म के ज्योतिषी पंचांग के अनुसार महाकुंभ का मेला लगता है इस मेले का महीने जैसे जनवरी से फरवरी में योग बनता है ज्योतिषी के पंचांग के अनुसार ज्योतिषी द्वारा जानकारियां दी जाती है! महाकुंभ के मेले में देश और विदेश से आम भक्ति भी बड़े संख्या मे त्रिवेणी महाकुंभ का स्नान करने आते हैं! प्रयागराज का त्रिवेणी महासंगम हिंदूधर्म के संस्कृति का सबसे बड़ा पवित्र संगम है! इस महासंगम में कभी-कभी 12 वर्ष अधिक त्रिवेणी महासंगम का बड़े पैमाने पर आयोजन किया जाता है जिस प्रकार से ज्योतिषी पंचांग के द्वारा बताया जाता है कितने वर्षों में कौन सा महाकुंभ का मेला लग रहा है! यह इतिहास के पन्नों में प्राचीन काल से महाकुंभ का मेला लगता चला आया है और लोग यहां पर त्रिवेणी महासंगम का स्नान करते हैं ! सनातन हिंदू धर्म के अनुसार त्रिवेणी महाकुंभ को प्रथम स्थान दिया गया है यहां पर तीन प्रमुख देवियों का मिलन हुआ है सरस्वती यमुना गंगा के मिलन से महासंगम महाकुंभ का प्रथम स्थान है!त्रिवेणी महाकुंभ लाखों लोग एक साथ स्नान करते हुए
प्रयाजराज,महासंगम का 2025 की तैयारी चल रहा है!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी महाकुंभ के मेला तैयारी का रूपरेखा तैयार कर रहे हैं जब से उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं! त्रिवेणी महासंगम अनेक अनेक और सुविधाएं उपलब्ध कराते रहते हैं! उत्तर प्रदेश शासन और प्रशासन ने आए हुए दूर-दूर के लोगों का यहां पर रहने के लिए टेंट की सुविधा उपलब्ध कराते हैं!यह भारत के सनातन संस्कृति के लिए बहुत गौरव की बात है महाकुंभ के मेला प्राचीन काल से चली आ रही है! इस मेले में राज्य सरकार के द्वारा सामाजिक संस्था भी लोगों की सेवा में पीछे नहीं हटते तरह-तरह के संस्थाएं और ट्रस्ट भी लोगों की मदद करते है! यमुना जी गंगा जी सरस्वती जी
UttarPradesh : उत्तर प्रदेश जिला प्रयागराज में यहां आने के लिए अनेक अनेक सुविधाएं उपलब्ध रहती है भारत के सभी राज्यों से जैसे रेलवे ट्रेन की सुविधाएं हैं!
प्रयागराज:
प्रयागराज रेलवे स्टेशन से कुछ ही दुरी पर संगम स्नान का स्थान है!उत्तर प्रदेश बिहार से अन्य राज्यों से भी तरह-तरह के बस की सुविधाएं उपलब्ध रहते हैं !जिला प्रयागराज में यहां पर बड़े से बड़े विश्वविद्यालय, धर्मशाला उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की कई सरकारी विभाग का कार्यलय हैँ! प्रयागराज खूबसूरत शहर है जहां सभी धर्म के लोग भाईचारा बना कर रहते हैं! प्रयागराज रेलवे स्टेशन है जो सबसे बड़ा जंक्शन भी है,जो भारत के कोने-कोने से ट्रेन उपलब्ध रहती है प्रयागराज हवाई एयरलाइंस की सुविधा उपलब्ध है!
Dham-त्रिवेणी तीन नदियों का महासंगम कहाँ है,!