Sari-साड़ी-किस देश की प्रथा थी उसके बाद भारत शुरुआत हुई !
Sari-प्राचीन कॉल द्वापरयुग की बात है किस देश की प्रथा थी !
भारत में महिलाओं की साड़ी की प्रथा कहां से कैसे शुरू हुई थी किसी किसी को पता होगा मगर भारत में महिलाएं अब साड़ी पहनती हैं! इसके पहले क्या पहनती थी! जहां तक भारत की बात की जाए भारत देश 2400 साल पहले की बात है’ जब की बात होतीं है संपूर्ण भारत या अखंड भारत की बात हों भारत देश में छोटे-छोटे टुकड़े में बटा हुआ था जैसे पांच गांव 10 गांव के छोटे-छोटे राजा हुआ करते थे!
Sari-साड़ी-किस देश की प्रथा थी,उत्तर प्रदेश भारत के पूर्वांचल में मौर्यन पीपलीं वन हुआ करता था आज (गोरखपुर) के नाम से जाना जाता है! यहां के राजा चंद्रवर्धन मौर्य नामक राजा हुआ करते थे! मिथिला यानी बिहार जिला मगध का राजा धनानंद हुआ करता था! राजा चंद्रवर्धन मौर्य सपना था अखंड भारत का स्थापना करना मगर उसके सपने से
पहले भारत के छोटे छोटे राजा कम लुटेरे जादा थे कोई भी राजा नहीं चाहता था की एक अखंड भारत बने अखंड भारत का विरोधी धनानंद द्वारा उनके परिवार पर आक्रमण करके उनके मौर्यन पीपली वन राज्य को तहस-नस कर दिया था! राजा चंद्रवर्धन के अनेक पुत्र थे उसमें से उनकी धर्मपत्नी माता मुरा देवी और उनके पुत्र राजकुमार चंद्रगुप्त मौर्य उनके बड़े भाई विष्णुगुप्त बच गए धनानंद आक्रमण के बाद भी माता मुरा देवी और उनके पुत्र राजकुमार चंद्रगुप्त मौर्य कों लेकर दूर चली गई! उस समय चंद्रगुप्त मौर्य का उम्र लगभग 7 या 8 वर्ष रहा होगा इन्होंने अपने पिता का सपना पूर्ण किए!
अखंड भारतवर्ष के संस्थापक कौन है!
द्वापरयुग सन’323 में जब भारत की बात होती है अखंड भारत या संपूर्ण भारत वर्ष की तब प्राचीन इतिहास में मौर्य साम्राज्य मौर्य राजवंश का नाम आता हैं! अगर देखा जाए चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के बड़े भाई श्री विष्णुगुप्त की देन है! जो आज भी भारत को दुनिया में भारत के नाम से जाना जाता है! चाहे भगवान श्री महावीर की बात की जाए चाहे भगवान श्री बुद्ध की बात की जाए! यह मौर्य राजवंशियों का देन है! चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त चंद्रवर्धन मौर्य की प्राचीन इतिहास से रहा है! 17 वर्ष में सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य नें भारत का निर्माण लगभग 8 वर्षों में पूर्ण की थी और भारत का वर्ष का स्थापना चक्रवर्ती चंद्रगुप्त महान ने की है! मगध का राजा धनानंद को चौपाटी सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य अपने परिवार अपने पिता का बदला के साथ-साथ उसकों मृत्युदंड दिए और मगध के राजा बने मगध से फिर धीरे-धीरे भारतवर्ष का निर्माण शुरू किया 2400 साल पहले भारत में कई हजार देश बने हुए थे! छोटे-छोटे गांव को देश बना कर छोटी-छोटी राजा अपनी अय्याशी आराम करने में व्यस्त थे!
Mauryan Samrajya :
मौर्य राजवंश के सपूत चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य छोटे-छोटे गांव को खंड-खंड भारत को एक एक कर जोड़कर अनेक अनेक राज्य का निर्माण किया और उसके बाद भारत की स्थापना किए !सीरिया ईरान इराक यूनान मिश्र,अफगानिस्तान पाकिस्तान बांग्लादेश तिब्बत नेपाल,भूटान,म्यांमार इंडोनेशिया थाईलैंड तक के मौर्य साम्राज्य का शासन काल में सम्बन्ध हुआ करता था! भारत क्या एशिया का सबसे ताकतवर मौर्य वंश के शासक हुआ करते थे!मौर्य साम्राज्य के विरासत सम्राट विन्दुसार मौर्य,
चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान उनके नाती और फोटो की देन है संपूर्ण भारतवर्ष! धीरे-धीरे जैसे-जैसे समय बदलता गया और भारत अखंड खंड में कई खंड में बट गए हैं!
भारत में महिलाओं की साड़ी पहनने की चलन किस साड़ी,देश या राज्य से हुआ था! जहाँ भारत की बात होती है वहाँ उत्तर भारत उत्तर प्रदेश बिहार, झारखंड,उड़ीसा, मध्य प्रदेश उत्तराखंड छत्तीसगढ़,बंगाल,नेपाल,भूटान,में जों महिलाएं आज सारी पहती हैं! यह सीरिया की प्रथा थी सीरिया में साड़ी पहनने की प्रथा प्राचीन समय से रही हैं! इसके पीछे एक राज है! सीरिया का राजा सिकंदर की बेटी हेलना जब भारत आई थी! सिकंदर भारत को गुलाम बनाने के लिए भारत आक्रमण किया था उसमें चक्रवर्ती सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के सेना के साथ सिकंदर कों युद्ध में पराजित कर बंदी बना लिया था! सिकंदर पूरी दुनिया जीत लिया था भारत जीतने के लिए भारत आ गया साथ में अपनी एक बेटी हेलन को भी लाया था! सिकंदर राजा ने अपनी बेटी को सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य से विवाह करवा दी सीरिया यूनान दान में दे दिया था!
Saari :सारी की प्रथा सीरिया की थी जब सिकंदर की बेटी राजकुमारी हेलना सारी पहन कर आई थी और जब भारत के चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य और हेलना की विवाह हो रहा था तब सीरिया की प्रथा साड़ी पहनाकर उनकी विवाह हुआ था! यह प्रथम भारत में 2400 साल से उत्तर भारत में साड़ी पहनने की प्रथा चल रही हैं! भारत देश की प्रथा ब्लाउज घाघरा और चुनरी दुपट्टा पहना करती थी! आज भी भारत के राजस्थान गुजरात कुछ राज्यों में चुनरी घाघरा ब्लाउज की आज भी प्रथा है! महिलाएं आज भी पहनती है साडी के साथ साथ कुर्ती,पजामा पेंट टी-शर्ट का भी शुरुआत हो चुका है!
भारत में पुरुष के कुर्ता पजामा लूंगी किस देश का प्रथा है!
भारत सनातन धर्म का देश है भारत के पुरुषों महापुरुषों का कपड़े का पहनावा Sari-साड़ी-किस देश की प्रथा थी अगर देखा जाए भारत में धोती और कुर्ता पहना जाता था ऊपर से जाकिट पहनते थे! सर पर पगड़ी बांधते थे गमछा रखते थे! भारत में अरबी मुगल आक्रमण के बाद में भारत में कुर्ता धोती के साथ-साथ – मुगल मुस्लिम आक्रमण द्वारा भारत देश में अरबी देश की प्रथा लूंगी पजामा कुर्ता हुआ करता था!
मुगल शासन चलता रहा और यहां की लुंगी कुर्ता पजामा चला रहा और आज सभी जातियों धर्म में पहने हैं!भारत देश में धोती, कुर्ता, पगड़ी, गमछा, सर्त,यह भारत की संस्कृति रही है!अरबी मुगलों का प्रथा अरब देशों में लुंगी कुर्ता पजामा रहा हैं! आज अरब देशों में भी वहां के लोग टाई कोड जूता मोजा भी पहन रहे हैं! एक देश दूसरे देश की नकल करने में चलने में शौख बन गया हैं!
भारत-Sari-साड़ी-किस देश की प्रथा साड़ी सीरिया देश की प्रथम हुआ करती थी, और 2300 साल पहले भारत में प्रथा चल पड़ी, इस प्रथा के पीछे सिकंदर की बेटी हेलना है, इसलिए कि जब सिकंदर भारत पर आक्रमण करने आया था भारत के चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने उसे बंदी बना लिए थे, वह अपनी हार के कारण अपनी बेटी का विवाह चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के साथ किया था और सीरिया देश को कन्यादान के रूप में सौंप दिया था!