Students-विद्यार्थियों को इतिहास पढ़ना है या इतिहास लिखना है!
Do Students want to study History or write History?
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विद्यार्थियों के लिए एक बात का ध्यान हमेशा रखना चाहिए! इतिहास पढ़ना है या इतिहास लिखना है! अगर इतिहास रचना या लिखना है तो आपके द्रारा एक दिन आपकी इतिहास लिखी जाएगी! इसलिए हमेशा पढ़ाई लिखाई में निःसंकोच अपने शिक्षा ध्यान देना चाहिए और पढ़ाई पूर्ण रूप से पूरी करनी चाहिए!
इतिहास रचने के लिए क्या करना चाहिए!
इतिहास रचने और पढ़ने में बहुत फर्क होता है इतिहास को रचना या लिखाना यह देश और दुनिया के लिए यह एक स्वयं का यह कामयाबी होगी! जीवन का मूल मंत्र शिक्षा है चाहे कितना भी कठिन से कठिन परिश्रम हों या परीक्षा हो यह खुद पर निर्भर कर्ता हैं! वहीं इतिहास रचने में सफल होगा! या इतिहास पढ़ने तक ही सफल होगा! यह उस विद्यार्थी के ऊपर निर्भर करता हैं उसकी ऊँची सोच ऊँची विचार को पहले मन में अपने आप कों अपनाना होगा ! भारत हो या दुनिया की धरती पर या दुनिया के किसी भी देश में लाखों करोड़ों स्टूडेंट होते हैं यानी विद्यार्थी,जो विद्यार्थी हमेशा अपने जीवन के बारे में आगे बढ़ाने के लिए हमेशा पायजेतू, सोच रखता हैं वह विद्यार्थी आगे बढ़ सकते हैं!
आज गरीब के बच्चों को शिक्षा के लिए पैसे नहीं होते तो भी वह शिक्षा के प्रयास करके पढ़ते हैं लिखते हैं! सफल होना या ना होना वह अलग बात है ! मगर आज भी बहुत धनवान व्यक्ति लोगों ने अपने बच्चों को बच्चियों को देश से विदेशों तक भेज देते हैं! कुछ लोग शिक्षा में सफल होते हैं कुछ लोग असफल होकर विदेश से अपने देश आ जाते हैं!
विद्यार्थी सफल कैसे बनते हैं !
भविष्य में कौन-कौन से विद्यार्थी को सफलता मिलती है! प्रथम ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को पूर्ण रूप सफलता मिलती है! इसलिए कि वह ग्रामीण क्षेत्र से होते हैं ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले खुलेपन में हमेशा उनकी शिक्षा उच्च विचार के साथ साथ अन्य लोगों में उठना बैठना यह उनके जीवन का पॉजिटिव होता है! जिससे उन्हें पता है कि हमारा जीवन ग्रामीण क्षेत्र से हैं हमारा कोई सहारा नहीं है’ सहारा है तो एक शिक्षा है जिससे हम आगे बढ़ सकते हैं! ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले में देखा गया है कि अधिक से अधिक लोगो का कृषि पर निर्भर होते हैं! या उनके परिवार के लोग मजदूरी या किसानी करते हैं! इसलिए वह बच्चे वह विद्यार्थी आगे बढ़ सकते हैं जो अपने परिवार या अपने भविष्य के लिए सोचता है! आज भी भारत देश में देखा जाए तो बड़े से बड़े पदों पर जिलाधिकारी से लेकर सेना तक ग्रामीण क्षेत्र के लोगों नें देश की सेवा दे रहा है! इसलिए की देशभक्ति हो या समाज भक्ति हो या भारत की संस्कृति हो जो ग्रामीण क्षेत्र से गांव से हैं वह शहर में नहीं है!
विद्यार्थी क्यों असफल होते हैं!
विद्यार्थी का असफलता में पहला कारण यह होता है कि वह शहर से हो या गांव उसके परिवार का स्थिति कैसी है! उनकी संगत कैसी है!उनकी अपनी विचार क्या है!आज के असफल विद्यार्थियों का कारण यह है कि इंटरनेट की दुनिया में मोबाइल की दुनिया में खोए हुए हैं! तरह-तरह की गेम तरह-तरह की इंटरनेट सोशल मीडिया पर लगे रहते हैं! जिससे उनके दिमाग की मेमोरी बट जाती है और शिक्षा में मन लगाने के बजाय मन मोबाइल -में विचलित रहता है चारों तरफ दौड़ता रहता है! *एक विद्यार्थी देखा जाय वह कहा कहाँ अपने जीवन में ध्यान देगा! जैसे शिक्षा पर ध्यान दें! या मोबाइल पर ध्यान दे! या फालतू आवारा विचार के लड़कों के संगत में ध्यान दे! इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि क्या आज के मोबाइल जैसे खिलौने में विद्यार्थियों का जादा रूचि बढ़ रही हैं! *यह सबसे बड़ा उदाहरण है आज के बच्चों का भविष्य उनके माता-पिता बन सकते हैं और बिगाड़ भी सकते हैंजैसे बच्चों की जन्म होने के बाद बच्चों के हाथ में काफी कलाम की बजाय मोबाइल मिल जाती है! कुछ बच्चे मोबाइल के चक्कर में अपनी जीवन मोबाइल बना लेते हैं! इसका सबसे बड़ा जिम्मेदार उनके माता उनके पिता और उसके संस्कार है!
विद्यार्थी बिजनेस मैन का बेटा है या नौकरी वालों का अधिक जानकारी!
Students-विद्यार्थियों,दूसरा कारण यह है कि कोई बिजनेस मैन परिवार का विद्यार्थी है या कोई सरकारी नौकरी विभाग के परिवार का विद्यार्थी हैं! अधिकतर देखा गया है की 80% बच्चों यह सोचना होता है कि पढ़ेंगे लिखेंगे पास होंगे या फेल होंगे कोई फर्क नहीं है क्योंकि पिताजी माताजी सरकारी नौकरी में है,मैं बिजनेस मैन का बेटा हुँ! या पुरानी संपत्ति है अपनी जिंदगी जी लूंगा आज की युवा पीडिया में यह उनकी नेगेटिव सोच बनी रहती हैं!10% ऐसे लोग होते हैं जिन-जिन बच्चों का पॉजिटिव सोच होती है विचार होता है!चाहे वह अमीर घर का हो जाए गरीब घर का हो जाए मिडिल परिवार का विद्यार्थी हो इसका एक लक्ष्य होता है सरकारी नौकरी पाना सरकारी नौकरी करना उसके मन में एक विचार चलता रहता है! अपनी शिक्षा अपनी पुस्तक के अलावा बाहरी दुनिया से कोई लेने के दिन नहीं करता उसकी विचार उसकी सोच हमेशा पॉजिटिव होता है भले ओ सरकारी नौकरी करें या ना करें नौकरी मिले या ना मिले वह अपनी शिक्षा पूर्ण रूप से पूरा कर लेता है!
विद्यार्थी परीक्षा में कैसे सफल बनें!विद्यार्थियों हमेशा सोच ऐसी होनी चाहिए कि जहां सरकारी नौकरी की 1000 वैकेंसी निकलती है वहाँ लाखों लाखों लोग अपनी फॉर्म भर देते हैं उसमें से कुछ बच्चे ऐसे होते हैं की लाखों लोग फार्म भरे हैं तो मैं जाकर क्या करूंगा नौकरी मिलेगी या नहीं मिलेगी आधा विचार आधा मन उनका शुरुआती दौर से नेगेटिव की तरफ बढ़ने लगता है! यह उनकी असफलता का कारण है!हमेशा विद्यार्थी की सोचना चाहिए की लाखों नहीं करोड़ों हो मैं इस परीक्षा में अब मैं इस सफलता में लाखों के पीछे छोड़ते हुए मैं प्रथम आऊंगा! इस प्रकार से विचार रखने वाले बच्चे संघर्ष करने वाले बच्चे आगे अपनी भविष्य में अपनी सफलता को प्राप्त कर लेते हैं!
*यह एक सत्य पर उदाहरण लिखा गया है बच्चे शिक्षा में सफल होते हैं तो देश का विकास समाज का विकास और नए-नए विकास होते रहते हैं!
Students-विद्यार्थियों को इतिहास पढ़ना है या इतिहास लिखना है!