भारतीय रेल के लोको पायलट रितिका तिर्की की जीवनी!
Bhartiya Rail-भारतीय रेल का वंदे मातरम ट्रेन की Loco Pilot-लोको पायलट की एक सत्य कहानी है! Ritika tirkiy एक भारतीय आदिवासी समाज की बेटी है, यह भारतीय नारियों के लिए बहुत खुशी की बात है! झारखंड के आदिवासी समाज की बेटी Loco Pilot रितिका तिर्की भारतीय रेलवे 2019 में असिस्टेंट लोको पायलट की नौकरी ज्वाइन की थी! रितिक एक हुनहार बेटी के रूप में देखी जा रही है!
रितिका तिर्की की जीवनी क्या है!
Bharat-Jharkhand-रितिका तिर्की उत्तर भारत झारखंड की निवासी हैं! इन्होंने 2019 में भारतीय रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट में (Loko pilot) में इनका सिलेक्शन हुआ था! पहली पोस्टिंग धनवाद डिवीजन के अंतर्गत चंद्रपुरा बोकारो में हुई थी! (Ritika tirkey) रितिका तिर्की अपनी शिक्षा झारखंड रांची से की है! रितिका मेसरा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग(BIT) की इंजीनियरिंग की है 2019 में भारती रेलवे विभाग में असिस्टेंट लोको पायलट की नियुक्ति हुई थी! इनका विवाह जमशेदपुर के बहरगोंडा में हुआ हुई थी ! उनके पति एक बैंक के कर्मचारी हैं! रितिका तिर्की 27 की पहली पोस्टिंग 2019 धनबाद मैं हुई थी 2021 में टाटानगर हो गया था! 2021 से 2024 तक टाटानगर भारतीय रेलवे डिवीजन में रहकर, इन्होंने एक महिला सशक्तिकरण के रूप में आज पूरा देश नहीं पूरा दुनिया जानने लगा!
pilot-लोको पायलट रितिका की सफलता!
Jharkhand-झारखंड रांची की निवासी एक छोटे से गांव से आदिवासी परिवार आती है! रीतिका नें बिआईटी (BIT) इंजीनियरिंग की है BIT मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शिक्षा लेने के बाद उन्होंने 2019 में भारतीय रेलवे की वैकेंसी भरने के बाद रितिका तिर्की को असिस्टेंट लोको पायलट में सिलेक्शन हो गया था! रितिक ने बताया कि कभी उन्होंने रेलवे के सफर के अलावा कभी इस प्रकार से कोई वहां नहीं चलाई थी पहले पहले उनको डर लगता था! धीरे-धीरे जैसे-जैसे समय बिताते गया और एक अच्छे लोको पायलट में महिला शक्ति करण के रूप में शामिल हो गई! Indian Railway- भारतीय रेलवे में पहली आदिवासी बेटी भारत की हाई स्पीड चलने वाली वंदे मातरम एक्सप्रेस की लोको पायलट बनी है!
Indian Railway-रितिक की कहानी! भारत झारखंड की बेटी Railways Loco Pilot-रितिका तिर्की भारत की जांबाज बेटी के रूप में आज पूरे दुनिया में जानी जाती है! एक कहावत है अगर पुरुष हर कार्य कर सकते हैं तो महिला भी हर कार्य कर सकती हैं! हर पुरुष का जन्म उस माता से होता है जिसे हम महिलाएं कहते हैं! आज भारत की बेटियां डॉक्टर इंजीनियर पुलिस सी रेलवे कीलोको पायलट,ड्राइवर,एरोप्लेन पायलट, फाइटर विमान की पायलट, आज की बेटियां हर विभाग में पुरुष के साथ कंधा से कंधा मिलाकर साथ चलती है! यह भारत देश के लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है! जिस प्रकार से लोग बच्चों को शिक्षा देते हैं और इसी प्रकार से बच्चों को शिक्षा दे हौसला दे बिटिया जमीन से आसमान तक नहीं छू सकती मगर जमीन पर रहकर दुनिया का हर एक कार्य कर सकते हैं जो वैज्ञानिक की दुनिया हो या इंजीनियरिंग की दुनिया हो! हर जगह आज की बेटियां सफल पूर्वक सफलता प्राप्त कर रही हैं!
Loco Pilot-रितिका तिर्की के एक विशाल है!
भारतीय रेलवे को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए Loco Pilot-रितिका तिर्की ने बताया कि भारत की अत्याधुनिक ट्रेन भारत की सबसे तेज चलने वाली वंदे मातरम की लोको पायलट के रूप में रितिका तिर्की को जो समय या जो मौका दिया गया! पूर्ण रूप से सफलता प्राप्त की है! लोको पायलट रितिका तिर्की ने भारत की (Vande Mataram Express train) वंदे मातरम एक्सप्रेस ट्रेन चलाने के लिए टाटानगर के रेल प्रबंधक श्री विनीत कुमार जी ने जो रितिका का हौसला देखकर उन्होंने इनको एक मोका दिए!भारत वंदे मातरम हाई स्पीड चलने वाली ट्रेन को रितिका तिर्की कैसे चला सकती है! मगर रितिक ने बिल प्रबंधक को बहुत-बहुत धन्यवाद भी है उन्हें एक मौका मिला और वह सफल हुई! भारत की नारियों के लिए बहुत खुशखबरी की बात है हर बेटी हर कार्य कर सकती है सिर्फ उसे हौसला देने वाले और साहस देने वालों की जरूरत होती है!
*रितिका तिर्की ने 2019 से लेकर के 2024 अब तक उन्होंने पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी चलाया करती थी! और उनकी सपना भी था कि मैं कभी मेल एक्सप्रेस गाड़ियां भी चलने का मौका मिलेगा मैं जरूर चलाऊंगी! 16 सितंबर 2024 को टाटानगर से पटना के लिए वंदे मातरम का ट्रेन का उद्घाटन हुई, जिसकी लोको पायलट रितिका तिर्की नियुक्त किया गया और वह सफल पूर्वक टाटानगर से पटना के लिए रवाना हुई!
Loko pilot, रितिका तिर्की ने रेल मंत्रालय को रेल विभाग को अपने प्रबंधक सीनियर विनीत कुमार को बहुत-बहुत धन्यवाद दी है कि मैं एक लड़की हूं और मुझे एक मौका मिला और मैं मेरे उच्च अधिकारियों के सपने को पूरी की हुँ! अच्छे अधिकारियों का विचार आज भी देश में अच्छे लोगों की कमी नहीं है! एक आदिवासी बेटी को भारत की वंदे मातरम एक्सप्रेस ट्रेन की हाई स्पीड चलने वाली रेलगाड़ी की लोको पायलट के रूप में एक मौका दिया और Loco Pilot-लोको पायलट रितिका तिर्की ने अपने उच्च अधिकारियों का सपना का पूर्ण की है! भारत की बेटियां जमीन से लेकर के आसमान तक की सफर की मगर भारत के लोगों में बेटी हो या बेटा हो एक समान होने चाहिए जिससे बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ! एक बेटी अनेक रूप होते है! माँ,बेटी,बहन,दादी,सासू है! एक बेटी के अनेक रूप होते हैं! समय के साथ-साथ सब कुछ बदल जाता है!
डॉ बाबा साहेब अंबेडकर,का विचार!
भारत के संविधान निर्माता डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर जी का एक सपना था जिस प्रकार से भारत में आदिवासी मुसहर दलितों ओबीसी समाज के साथ छुआछूत हों रहा था! डॉ बाबा साहब का एक संघर्ष सत्य विचार डॉ बाबा साहब की लिखी हुई संविधान में सभी जाति सभी धर्म को एक समान आज देखा जा रहा है आज भारत देश में सभी को मान और सम्मान मिल रहा है!
Railways Loco Pilot-लोको पायलट रितिका तिर्की,
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