Siddhi-vinayak temple of history :
श्री सिध्दीविनायक मंदिर कहाँ पर हैं!
श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर दादर मुंबई |
*आईए देखते हैं सिद्ध विनायक मंदिर कहां पर स्थित है!
Mumbai-Siddhi Vinayak-मुंबई : भगवान शिव शंकर माता पार्वती के पुत्र श्री गणेश जी यह नाम देवताओं को लोकप्रिय थे इसलिए कि श्री गणेश, बुद्धिमान,संसार में सत्यवान शक्तिवान थे! सनातन धर्म में कहावत है सत्य के मार्ग पर शुभ कार्य में घर का निर्माण हो शुभ विवाह हो होम यज्ञ हो प्रथम देवताओं में प्रथम देवता श्री गणेशाय नमः से शुरू किया जाता है जिसे माना शुभ माना गया है !
सभी देवताओं में प्रिया देवता श्री गणेश भगवान को क्यों माना जाता है इसलिए की एक बार उनके पिता शंकर पार्वती बैठे हुए थे भगवान श्री गणेश के बड़े भाई कार्तिकेय थे! कार्तिकेय का साथी और सारथी मोर पंछी है भगवान श्री गणेश का मूषक है!
महादेव शंकर पार्वती ने परीक्षा लिया कि जो पूरे ब्रह्मांड का चक्कर लगाकर हमारे पास प्रथम पहुंचेगा उसे धरती पर प्रथम पूजनीय होगा इस बात से कार्तिकेय और श्री गणेश दोनों भाई अपना मोर और मुशक सारथी पर सवार हो गए! कार्तिकेय अपना मोर पंख से आसमान की तरफ भ्रमण करने लगे! और श्री गणेश मूषक के साथ अपने पिता को अपनी माता पार्वती को चारों तरफ से भ्रमण करके उनका चरणों में अपने मस्तक को झुककर प्रारंभ किया बोले हे पिता परमेश्वर आप संसार के दाता हैं! माता और पिता से बढ़कर दुनिया में कोई भगवान नहीं है! आप तो स्वयं सृष्टि के रचयिता है आप स्वयं भगवान हैं ! हमारे माता और पिता भी हैं ! पूरा ब्रह्मांड संसार आपके कदमों में है ! इस बात को महादेव सुनकर मुस्कुराने लगे!
श्री गणेश का सारथी और कार्तिकेय का सारथी कौन-कौन से हैँ!
श्री गणेश के बड़े भाई कार्तिकेय अपने मोर पर सवार होकर ब्रह्मांड के चक्कर लगा रहे थे सोच रहे थे कि गणेश के मूषक कैसे भ्रमण करेगा मगर उनके बड़े भाई यह नहीं समझे शमशाद के रचयिता माता पिता से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं होता! पूरे ब्रह्मांड का चक्कर लगाकर कार्तिकेय अपने माता-पिता के पास आते हैं! कार्तिक के अपने छोटे भाई श्री गणेश को देखकर असंभव माननने लगे गणेश पिताजी के पास ही बैठे हैं !
श्री कार्तिकेय कहते हैं पितामह मै पुरे ब्रह्मांड का चक्कर लगा कर आ गया मैं श्रेष्ठ हूं गणेश तो चक्कर लगाए नहीं यहीं पर विराजमान है ! अब मुझे वरदान दो पूरी दुनिया में हमारा पूजनीय सभी देवता के पहले हमारा पूजा किया जाय! भगवान शंकर जी माता पार्वती मुस्कुराने लगते हैं! महादेव कहते हैं पुत्र कार्तिकेय गणेश तो आपसे पहले ही ब्रह्मांड के चक्कर लगाकर हमारे पास विराजमान हो गया कार्तिकेय बोले वो कैसे गणेश का मूषक सवारी इतना जल्दी कैसे पूरी ब्रह्मांड के चक्कर लगा सकता है! सभी ब्रह्मांड के देवता प्रकट हुए ब्रह्मा विष्णु इंद्रदेव अन्य देवी देवताओं ने तब कार्तिक को बताया पूरे ब्रह्मांड पूरे संसार के दाता महादेव स्वम है महादेव आपके पिता माता पार्वती इनसे बढ़कर दुनिया में कोई ब्रह्मांड संसार में देवता नहीं है! इसलिए श्री गणेश ने अपनी माता-पिता को चारों तरफ परिक्रमा करके उनके कदमों में अपना सर झुका लिया वह प्रथम पूजनीय श्री गणेश हुए आप नहीं!
उसी समय से श्री गणेश जी को भगवान महादेव ने वरदान दिए संसार में कोई भी शुभ कार्य होगा श्री गणेशाय नमः का नाम प्रथम गणेश पूजनीय के रुप मे लिया जाएगा! तब से श्री गणेशाय नमः प्रथम नाम श्री गणेश जी का लिया जाता है!
भगवान श्री गणेश के दो धर्म पत्नियां थी प्रथम का नाम रिद्धि देवी दूसरी धर्मपत्नी सिद्धि देवी जिसको पूरे ब्रह्मांड में रिद्धि और सिद्धि के नाम पर जाना जाता है! भगवान श्री गणेश माता रिद्धि सिद्धि के दो पुत्र थे प्रथम शुभ और लाभ इनका भी शुभ कार्यों में गणेश जी के प्रथम गणेश जी के दोनों पुत्र शुभ और लाभ लिखा जाता है ! उसके बाद श्री गणेशाय नमः कहां जाता है !
सिध्दीविनायक मंदिर कैसे पहुंचे!
Siddhi Vinayak-श्री गणेश भगवान का नाम से सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई में स्थित है! मुंबई मध्य मुंबई के दादर स्टेशन से पैदल चलकर जाने से 15 मिनट दूरी पर स्थित है ! सिद्धिविनायक मंदिर विश्व में भारत में हर मंदिरों में प्रसिद्ध मंदिर सिद्धिविनायक मंदिर को माना जाता है सिद्धिविनायक भगवान श्री गणेश के लाखों करोड़ों भक्त यहां पर प्रतिबिंब दर्शन करने आते हैं! सिद्धिविनायक मंदिर बहुत पुरानी मंदिर है! इस मंदिर का प्रचार प्रसार सबसे ज्यादा तब होने लगा जब श्री अमिताभ बच्चन कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान उनके पेट में गंभीर चोट आई थी और उसके बाद उनकी मन्नत थी मैं बच गया तो मैं आपका दर्शन करने अपने घर से पैदल आऊंगा!
सुपर स्टार श्री अमिताभ बच्चन हॉस्पिटल से स्वस्थ होने के बाद श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर प्रथम पहुंचे थे! कई वर्ष पहले की बात है वहां से लोगों में चर्चाएं शुरू हो गई भगवान गणेश का मंदिर सिद्धिविनायक मुंबई दादर वेस्ट में स्थित है ! श्री सिद्धिविनायक मंदिर से मन्नत मांगने से भगवान श्री गणेश अपने भक्तों का मन्नत पूर्ण कर रूप से पूर्ण करते हैं !
भगवान श्री गणेश का मंदिर का स्थापना कब हुआ!
19 नवंबर 1801 में सिद्धपीठ का अर्थ होता है भगवान श्री गणेश का दाएं तरफ सूंड है इसलिए सिद्ध पीठ के नाम से सिद्धिविनायक मंदिर कहा जाता है ! और उनकी धन पत्नी का नाम भी सिद्धि है! संसार के सभी मंदिरों भगवान श्री गणेश सिद्धिविनायक मंदिर को विशाल मंदिरों में माना जाता है जाना जाता है ! आदि शक्ति सिद्धिविनायक मंदिर अपने भक्तों के माने हुए मन्नत को पूर्ण रूप से पूर्ण करते हैं ! सनातन हिंदू धर्म में भगवान श्री :श्री गणेश जी को प्रथम पूजनीय किया जाता है! भगवान श्री गणेश सनातन हिंदू धर्म के प्रथम देवता हैं इनके नाम ॐ श्री गणेशाय नमः करने के बाद सभी शुभ कार्य किया जाता हूं चाहे मकान बनाना हो चाहे इमारत बनाना हो चाहे शादी विवाह की बातें हो जो भी हिंदू धर्म शुभ कार्य करते हैं! माता पार्वती पुत्र शिव शंकर के महान देवपुत्र श्री गणेश का नाम लिया जाता है! हर वर्ष श्री गणेश चतुर्थी के दिन इनकी पूजा अर्चना की जाती है! और जिसे मुंबई और महाराष्ट्र में श्री गणेश चतुर्थी के दिन महा पंडल का भंडारा किया जाता है! पूरे देश के लाखों करोड़ों लोग भगवान गणेश के पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लेते हैं! यह प्रथा सनातन धर्म का प्राचीन समय से चली आ रही है !
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